तिरी खुबसुरती को करने बयां
तिरी खुबसुरती को करने बयां
वो लफ्जों को बस लिखता हुँ
वरना मेरे बस की कहां शायरी
कुछ वक्त गुजार मेरे साथ
तो बताउं कितनी खुबसूरत है तु ।
तिरी खुबसुरती को करने बयां
वो लफ्जों को बस लिखता हुँ
वरना मेरे बस की कहां शायरी
कुछ वक्त गुजार मेरे साथ
तो बताउं कितनी खुबसूरत है तु ।