तिरंगा.!
जब जब तिरंगा शान से फेहराया जाएगा,
शहीदो का नाम सबसे पहले
जुबान पर खुद बा खुद आ जाएगा,
सरहद पर सीना तान कर
मैं जब तैनात किया जाऊँगा,
भारत माता की मिट्टी को चूम कर,
वतन की रक्षा की कसम
खाते नज़र आऊंगा,
मैं इस तिरंगे से लिपट कर
घर की चौखट तक जब लाया जाऊंगा,
हो जाएगा सीना गर्व से चौड़ा सब का,
जब मैं अपने वतन के लिए
कुर्बान हो जाऊंगा,
मैं रहूँ या न रहो फिर,
मगर लहू मेरा हमेशा इस
तिरंगे पर नज़र आएगा,
हर हिन्दुस्तानी गर्व से
सारे जहांन में तिरंगा फहराएगा,
आज़ादी का ये जशन
हर साल मनाया जाएगा…!
~ गरिमा प्रसाद 🥀