तितली
तितली
विधा चौपाई
उपवन मटके तितली रानी।
फर- फर उड़ती कर मनमानी।।
सुंदर पंख , रंग रंगीले।
कुछ गहरे हैं कुछ चटकीले।।
दूर ही उड़े हाथ न आती।
पीछे -पीछे मुझे भगाती।।
फूल -फूल पर उड़ती जाती।
मटक -मटक कर नाच दिखाती।।
भोर होते चली आती है।
सांझ ढले चली जाती है।।
सुंदर मखमल कुसुम बिछौना।
मधुर आभास सपन सलौना।।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश