तमाल छंद (मीठे बोल )
तमाल छंद
19 मात्राएँ अंत गुरू लघु
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हँसते हँसते समय बिताना मीत।
धीरज धरना मिले हार या जीत।
छूट गया है अब निर्णय का बान ।
हाय हाय कर क्यों होते हैरान ।
लिखे भाग्य में यही तुम्हारे अंक।
शब्द शब्द में बिच्छू जैसे डंक।
सोच समझ कर बोलो मीठे बोल।
लगो न जैसे, फटा पुराना ढोल।
गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश
26/3/23