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17 May 2024 · 1 min read

तन्हाई को तोड़ कर,

तन्हाई को तोड़ कर,
आई तेरी याद ।
तारीकी में खो गई,
मिलने की फरियाद ।।

सुशील सरना / 17-5-24

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