किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
इक सवाल मन में बस है… क्या बस पे अपना बस है???
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
किन मुश्किलों से गुजरे और गुजर रहे हैं अबतक,
इक सवाल मन में बस है… क्या बस पे अपना बस है???
-सिद्धार्थ गोरखपुरी