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11 Jun 2024 · 1 min read

तनहा विचार

कभी जीने का कभी मरने का बहाना
ये कल था हमारा आज तुम्हारा है जमाना ।

खालीपन मे तजुर्बे के सफेद बाल रगंना
कल हमारी बंदिश थे आज तुम्हारी बंदिश है कंगना ।

वक्त की सुई एक छोटी एक बड़ी
कल हम दौड़ते थे इनपर आज तुमको है जमना ।

तनहा शायर हूँ-यश

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