तड़प
उफ्फ्फ यह तड़प,
सागर की लहरों की l
कैसे, किनारे रूपी प्रेमी से,
मिलने के लिए उछलती है l
अपने प्रेमी को छूकर भी,
ख़ुश हो जाती है l
इनकी इस समर्पणता से,
देखकर दिल भर आया l
तड़प, समर्पण भाव,
फिर अलग होना, कितना अद्भुत है l
उफ्फ्फ यह तड़प,
सागर की लहरों की l
कैसे, किनारे रूपी प्रेमी से,
मिलने के लिए उछलती है l
अपने प्रेमी को छूकर भी,
ख़ुश हो जाती है l
इनकी इस समर्पणता से,
देखकर दिल भर आया l
तड़प, समर्पण भाव,
फिर अलग होना, कितना अद्भुत है l