ढोंगी बाबा
माना हमने कलयुगी बाबा,
ढोंगी है, बलात्कारी है, दुराचारी है,
पर यह तो बताइये जनाब,
इस सबके पीछे किसकी जवाबदेही है, जिम्मेदारी है?
किसी के दोषी साबित होने पर,
उसे सजा मिलने पर हम खुशी से फूले नहीं समाते हैं,
पर वास्तविकता तो यह है, कि –
ऐसे हर घटनाक्रम की व्यवस्था हम स्वयं बनाते हैं,
एक मनुष्य के रूप में अपनी सीमाओं व क्षमताओं को,
हम भली-भांति जानते हैं, पहचानते हैं,
फिर स्वयं जैसे ही सामान्य मनुष्य को भगवान क्यों मानते हैं?
क्यों अपनी कमियों को दूसरे की तथाकथित शक्तियों,
के आवरण तले छुपाते हैं,
उसे अद्भुत, आलौकिक बनाते हैं,
जब-जब, जहाँ-जहाँ हम यह गलती दोहरायेंगे,
स्वयं को ऐसे ही ढोंगियों, दुराचारियों से घिरा पायेंगे ।
रचनाकार – कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक- ३०/०८/२०१७.