Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Sep 2020 · 1 min read

डाकबाबू

डाकबाबू

जब भी आता था
डाक बाबू
लिए हुए डाक
मुहल्ले भर की
उत्सुकतावश
हो जाते थे एकत्रित
उसके चारों ओर
मुहल्ले भर के लोग
करते थे चेष्टा
जानने की
किसकी आई है चिट्ठी
आजकल तो
लाता है डाकबाबू
कोई न कोई नोटिस
या मोबाइल का बिल
प्रेम-पत्र या सुख संदेश
लाने वाली
चिट्ठियों का
कत्ल कर दिया
मोबाइल व लैपटॉप ने

#विनोद सिल्ला

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
दिल के दरवाजे भेड़ कर देखो - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
बात जो दिल में है
बात जो दिल में है
Shivkumar Bilagrami
क्या ग़रीबी भी
क्या ग़रीबी भी
Dr fauzia Naseem shad
कभी
कभी
हिमांशु Kulshrestha
हम्मीर देव चौहान
हम्मीर देव चौहान
Ajay Shekhavat
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जवानी
जवानी
Pratibha Pandey
बुद्ध बुद्धत्व कहलाते है।
बुद्ध बुद्धत्व कहलाते है।
Buddha Prakash
अगर प्यार  की राह  पर हम चलेंगे
अगर प्यार की राह पर हम चलेंगे
Dr Archana Gupta
*समृद्ध भारत बनायें*
*समृद्ध भारत बनायें*
Poonam Matia
अपनी सोच का शब्द मत दो
अपनी सोच का शब्द मत दो
Mamta Singh Devaa
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
विभीषण का दुःख
विभीषण का दुःख
Dr MusafiR BaithA
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
ऊपर बैठा नील गगन में भाग्य सभी का लिखता है
Anil Mishra Prahari
राम कहने से तर जाएगा
राम कहने से तर जाएगा
Vishnu Prasad 'panchotiya'
सियासत
सियासत "झूठ" की
*Author प्रणय प्रभात*
पिता का पता
पिता का पता
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
तेरी हुसन ए कशिश  हमें जीने नहीं देती ,
तेरी हुसन ए कशिश हमें जीने नहीं देती ,
Umender kumar
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
Nilesh Premyogi
गति साँसों की धीमी हुई, पर इंतज़ार की आस ना जाती है।
गति साँसों की धीमी हुई, पर इंतज़ार की आस ना जाती है।
Manisha Manjari
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
गौरी।
गौरी।
Acharya Rama Nand Mandal
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
ब्रह्मांड के विभिन्न आयामों की खोज
Shyam Sundar Subramanian
उसकी दोस्ती में
उसकी दोस्ती में
Satish Srijan
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
Shweta Soni
कब तक यही कहे
कब तक यही कहे
मानक लाल मनु
*गूगल को गुरु मानिए, इसका ज्ञान अथाह (कुंडलिया)*
*गूगल को गुरु मानिए, इसका ज्ञान अथाह (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहा बिषय- महान
दोहा बिषय- महान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...