Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2024 · 1 min read

मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है

मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
ना जाने वो कैसी लड़की है,जो हमेशा मुझे ही देखती रहती है।
– निलेश प्रेमयोगी

31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कैसे पाएं पार
कैसे पाएं पार
surenderpal vaidya
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
लक्ष्मी सिंह
संत कबीरदास
संत कबीरदास
Pravesh Shinde
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
Amulyaa Ratan
नज़र में मेरी तुम
नज़र में मेरी तुम
Dr fauzia Naseem shad
संकट मोचन हनुमान जी
संकट मोचन हनुमान जी
Neeraj Agarwal
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
World Earth Day
World Earth Day
Tushar Jagawat
माटी कहे पुकार
माटी कहे पुकार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"बदलाव"
Dr. Kishan tandon kranti
" माँ का आँचल "
DESH RAJ
बुद्ध फिर मुस्कुराए / MUSAFIR BAITHA
बुद्ध फिर मुस्कुराए / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
निराकार वह कौन (कुंडलिया)
निराकार वह कौन (कुंडलिया)
Ravi Prakash
पिनाक धनु को तोड़ कर,
पिनाक धनु को तोड़ कर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,
तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,
Vishal babu (vishu)
नमी आंखे....
नमी आंखे....
Naushaba Suriya
नारी तेरे रूप अनेक
नारी तेरे रूप अनेक
विजय कुमार अग्रवाल
"राखी के धागे"
Ekta chitrangini
■एक शेर और■
■एक शेर और■
*Author प्रणय प्रभात*
परछाइयों के शहर में
परछाइयों के शहर में
Surinder blackpen
शासक की कमजोरियों का आकलन
शासक की कमजोरियों का आकलन
Mahender Singh
अंध विश्वास एक ऐसा धुआं है जो बिना किसी आग के प्रकट होता है।
अंध विश्वास एक ऐसा धुआं है जो बिना किसी आग के प्रकट होता है।
Rj Anand Prajapati
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
Buddha Prakash
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
दासी
दासी
Bodhisatva kastooriya
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
Priya princess panwar
Loading...