Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#5 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
28 Feb 2024 · 1 min read
“डर”
“डर”
वैसे तो डर बुरी चीज है। पर किसी को इतना भी मत डराओ कि उनके मन से डर खत्म हो जाये।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
7 Likes
·
5 Comments
· 199 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
पूरा कुनबा बैठता, खाते मिलकर धूप (कुंडलिया)
Ravi Prakash
बिखरा
Dr.Pratibha Prakash
भरोसा खुद पर
Mukesh Kumar Sonkar
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
आलस का आकार
पूर्वार्थ
भाग्य - कर्म
Buddha Prakash
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
अटरू ली धनुष लीला
मधुसूदन गौतम
मानव जीवन
*प्रणय*
गोरे तन पर गर्व न करियो (भजन)
Khaimsingh Saini
क्रिकेटी हार
Sanjay ' शून्य'
जब रात बहुत होती है, तन्हाई में हम रोते हैं ,
Neelofar Khan
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को
Shashi kala vyas
जब आवश्यकता होती है,
नेताम आर सी
गणतंत्र दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
Aadarsh Dubey
*दिल कहता है*
Kavita Chouhan
प्रकृति के स्वरूप
डॉ० रोहित कौशिक
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
रहिमन ओछे नरम से, बैर भलो न प्रीत।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
समर्पण.....
sushil sarna
दिल चाहता है अब वो लम्हें बुलाऐ जाऐं,
Vivek Pandey
समझौते की कुछ सूरत देखो
sushil yadav
4301.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"आत्मदाह"
Dr. Kishan tandon kranti
मै अकेला न था राह था साथ मे
Vindhya Prakash Mishra
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...