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15 May 2023 · 1 min read

अनोखा दिल

कितना बचा बचा के रखा
इसको
मगर आखिर कार
टूट ही गया
हमारा शीशे जेसा दिल
बेचारा
मुहब्बत का मारा
आखिर टूट गया
क्या कोई समझ सकता है इसको
ये केसे सब सह लेता है
जब जब कोई मुश्किल हो
ये तो खुद उनको सुलझाता है
पर ये तो खुद भी नाजुक है
कितना काम है इसका
सारे खून को जिस्म में फैलाता है
और अगर थक जाए तो डूब जाता है
अगर कोई बात चुभ जाए
तो बस चूर चूर हो जाता है
मगर बराबर अपना काम कर ता है
धड़कता है फिर भी धड़कता है
ए दिल मुझे
तेरा ही खयाल है
तू बेमिसाल है
तू लाजवाब है
तेरा कोई बदल नहीं
तू अनोखा है

Language: Hindi

Language: Hindi
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