जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
गज़ल- 8
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
सदभाव घटे जिस से, वो प्यार बदल देंगे।
जनतंत्र के जन गण हैं, ये याद सदा रखना,
अपने पे जो आ जाएं, सरकार बदल देंगे।
सिर धड़ से अलग करने, को हाथ उठे मेरा,
दुश्मन पे रहम कर दे, तलवार बदल देंगे।
दो वक्त की रोजी औ’र, रोटी को पड़े रोना,
चाहे हो बुजुर्गों का, रोज़गार बदल देंगे।
गर देश पे संकट हो, दीवार बने दिलवर,
वो प्रेम नहीं ‘प्रेमी’, दिलदार बदल देंगे।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी