जो तू नहीं है
जो तू नहीं है
तो कुछ भी नहीं है
महज़ चलना साँसों का
ज़िन्दगी नहीं है
बेशक जल रहे हैं
चिराग़ महफिल में
ग़र तू नहीं
तो रोशनी नहीं है
हिमांशु Kulshrestha
जो तू नहीं है
तो कुछ भी नहीं है
महज़ चलना साँसों का
ज़िन्दगी नहीं है
बेशक जल रहे हैं
चिराग़ महफिल में
ग़र तू नहीं
तो रोशनी नहीं है
हिमांशु Kulshrestha