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31 May 2024 · 1 min read

जो तू नहीं है

जो तू नहीं है
तो कुछ भी नहीं है
महज़ चलना साँसों का
ज़िन्दगी नहीं है
बेशक जल रहे हैं
चिराग़ महफिल में
ग़र तू नहीं
तो रोशनी नहीं है

हिमांशु Kulshrestha

1 Like · 110 Views
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