Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2024 · 1 min read

“जोखिम”

“जोखिम”
जोखिम जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो मानव जीवन के हर पहलू से जुड़ा हुआ है। लाभ चाहे कोई भी हो, वह जोखिम झेलने का पुरस्कार होता है।

2 Likes · 2 Comments · 31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
कवि रमेशराज
आश्रित.......
आश्रित.......
Naushaba Suriya
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
Subhash Singhai
रंग जाओ
रंग जाओ
Raju Gajbhiye
आंसू तुम्हे सुखाने होंगे।
आंसू तुम्हे सुखाने होंगे।
Kumar Kalhans
तुमसे मोहब्बत है
तुमसे मोहब्बत है
Dr. Rajeev Jain
*
*"राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति"
Shashi kala vyas
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
अतिथि देवोभवः
अतिथि देवोभवः
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
श्री गणेश जी का उदर एवं चार हाथ
श्री गणेश जी का उदर एवं चार हाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
VINOD CHAUHAN
कीजिए
कीजिए
*प्रणय प्रभात*
हिंदी दोहे - हर्ष
हिंदी दोहे - हर्ष
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
PG88 - trang web cá cược uy tín, là một trong những sân chơi
PG88 - trang web cá cược uy tín, là một trong những sân chơi
PG88 – Top 1 nhà cái uy tín khẳng định chất lượng năm 2024
अपनों को नहीं जब हमदर्दी
अपनों को नहीं जब हमदर्दी
gurudeenverma198
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#खुलीबात
#खुलीबात
DrLakshman Jha Parimal
* मिट जाएंगे फासले *
* मिट जाएंगे फासले *
surenderpal vaidya
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
*जीवन में जो पाया जिसने, उस से संतुष्टि न पाता है (राधेश्याम
*जीवन में जो पाया जिसने, उस से संतुष्टि न पाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
Ram Krishan Rastogi
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १०)
Kanchan Khanna
सफ़र कोई अनजाना हो...
सफ़र कोई अनजाना हो...
Ajit Kumar "Karn"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
2759. *पूर्णिका*
2759. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुख - एक अहसास ....
सुख - एक अहसास ....
sushil sarna
अपने मन के भाव में।
अपने मन के भाव में।
Vedha Singh
मुक्ति
मुक्ति
Shashi Mahajan
Loading...