Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2023 · 1 min read

जीवन

जीवन लगता कितना चोखा।
दे जाता पल में जो धोखा।
प्राण पखेरू उड़ जाते हैं-
सत्य शांति का राह अनोखा।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

336 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
Shinde Poonam
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
"सुनो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
हे नर
हे नर
सिद्धार्थ गोरखपुरी
पुस्तक
पुस्तक
Nitesh Shah
3973.💐 *पूर्णिका* 💐
3973.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)
चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)
Ravi Prakash
चौमासा विरहा
चौमासा विरहा
लक्ष्मी सिंह
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
Shweta Soni
भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है,
भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है,
Dr fauzia Naseem shad
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
तपाक से लगने वाले गले , अब तो हाथ भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
Atul "Krishn"
बाबा रामदेव जी
बाबा रामदेव जी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शिव आराध्य राम
शिव आराध्य राम
Pratibha Pandey
हमेशा दोस्त ही हैं जो हमारे साथ चलते हैं
हमेशा दोस्त ही हैं जो हमारे साथ चलते हैं
Dr Archana Gupta
फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल
फर्क़ क्या पढ़ेगा अगर हम ही नहीं होगे तुमारी महफिल
shabina. Naaz
सत्य शुरू से अंत तक
सत्य शुरू से अंत तक
विजय कुमार अग्रवाल
#सकारात्मक_सोच😊 #सकारात्मक_सुबह😊😊 #सकारात्मक_सोमवार 😊😊😊
#सकारात्मक_सोच😊 #सकारात्मक_सुबह😊😊 #सकारात्मक_सोमवार 😊😊😊
*प्रणय*
*पहचान* – अहोभाग्य
*पहचान* – अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
Neelofar Khan
आने वाला युग नारी का
आने वाला युग नारी का
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
शेखर सिंह
नैन
नैन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
स्वागत है रामलाला
स्वागत है रामलाला
Ghanshyam Poddar
बौराया मन वाह में ,तनी हुई है देह ।
बौराया मन वाह में ,तनी हुई है देह ।
Dr. Sunita Singh
चांद बिना
चांद बिना
Surinder blackpen
वो ख्वाबों में सपने संजोती तो होगी
वो ख्वाबों में सपने संजोती तो होगी
कृष्णकांत गुर्जर
चलो , फिर करते हैं, नामुमकिन को मुमकिन ,
चलो , फिर करते हैं, नामुमकिन को मुमकिन ,
Atul Mishra
Loading...