जीवन सरगम
जीवन सरगम ….
तुम मुझमें सुर में संगीत
झंकृत उर के तार मीत
लय में गाती साँसें प्रमत्त
धुन मैं तेरी तुम मेरे गीत
हिय गाये उपजे उन्माद
राग मिलन का आह्लाद
लरजते अधर है निशब्द
केवल नयनों से संवाद
पहन चंद्रिका गल हार
धवल जोगन सा शृंगार
साज हृदय का छेड़े तान
गाए मीरा का मल्हार
प्रेम सुधा में भीगे तन मन
तृप्त हुई तृषित धड़कन
पुष्पित आश्लेष अंकुर
सुरभित सरगम जीवन
रेखांकन।रेखा