* जीवन रथ **
* जीवन रथ **
**सामाजिक**
जीवन रथ चले ना दो पहिया बिना |
सुख मिले ना जीवन मे कष्ट सहे बिना || टेक||
जीवन सुख दुख का सागर है,
भरा हुआ अनमोल खजाना |
बिना जतन के कुछ नही मिलता,
मिलता नही कुछ किये बिना ||1|| मिले ना सुख
साथ चले जब दोनों पहिया,
सन्तुलित रथ बढ़ता जाये|
दुर्गम पथ हो चाहे जितना,
आगे ही राही बढ़ता जाये ||
सम्भव नही जीवन साथी बिना ||2|| मिले ना सुख
चले ना बिना सहमति से गाड़ी,
आगे चले ना चले पिछाड़ी |
टूट गया गर एक भी पहिया,
आगे बढे़ ना पिछे गाड़ी ||
जीवन सुना है जोड़े बिना ||3|| मिले ना सुख
जीवन रथ चले ना दो पहिया बिना ||