जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में निधन ही लिखा जाएगा।
व्यर्थ चिंतन और लालच का कुछ लाभ नहीं होता ‘नीलम’
तेरे संग और तेरे बाद भी तेरा काम ही देखा जाएगा।
नीलम शर्मा ✍️