Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2022 · 1 min read

जीवन जितना होता है

“जीवन जितना होता है
कोई उतना कहां जी पाता है
कभी भाग्य कभी अकर्मण्यता
रोना यही रह जाता है ।
मन के अंतस में आशाओं का
कोई भाव निरूत्तर रह जाता है
समय के चलते चक्रव्यूह में
कोई ठहर कहां पाता है।
कुछ स्मृतियों के अतिरिक्त
जीवन में शेष कहां रह जाता है।”
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
6 Likes · 160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Sukoon
Happy Father Day, Miss you Papa
Happy Father Day, Miss you Papa
संजय कुमार संजू
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
मन में किसी को उतारने से पहले अच्छी तरह
मन में किसी को उतारने से पहले अच्छी तरह
ruby kumari
बुढ़िया काकी बन गई है स्टार
बुढ़िया काकी बन गई है स्टार
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
आईना
आईना
Sûrëkhâ Rãthí
ऐसा नही था कि हम प्यारे नही थे
ऐसा नही था कि हम प्यारे नही थे
Dr Manju Saini
है जरूरी हो रहे
है जरूरी हो रहे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
वृंदावन की यात्रा (यात्रा वृत्तांत)
वृंदावन की यात्रा (यात्रा वृत्तांत)
Ravi Prakash
जीता जग सारा मैंने
जीता जग सारा मैंने
Suryakant Dwivedi
// प्रीत में //
// प्रीत में //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सच
सच
Neeraj Agarwal
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
Ram Krishan Rastogi
रण चंडी
रण चंडी
Dr.Priya Soni Khare
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
कवि रमेशराज
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
Phool gufran
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
Ragini Kumari
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Rajni kapoor
दोहावली ओम की
दोहावली ओम की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Surinder blackpen
हक़ीक़त ने
हक़ीक़त ने
Dr fauzia Naseem shad
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
Shyam Sundar Subramanian
2998.*पूर्णिका*
2998.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
-मंहगे हुए टमाटर जी
-मंहगे हुए टमाटर जी
Seema gupta,Alwar
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
प्रहरी नित जागता है
प्रहरी नित जागता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
There are only two people in this
There are only two people in this
Ankita Patel
Loading...