जीवन की सच्चाई
अब जागो ना दोस्तों, सुनो एक नयी कहानी,
जीवन की भागदौड़ में जीते हम बेखबरी से,
रूठे हुए अपनों से मिलना भुला देते हैं,
पर जीवन की ये सच्चाई हमें समझा देती है।
हम चलते रहते हैं घातों का सामना करते,
कभी खुशी मिलती है, कभी गम से लड़ते,
पर जब हम अपनों से दूर हो जाते हैं,
तब जीवन की सच्चाई हमें समझा देती है।
कितने दोस्त थे जो अब हमें तक नहीं,
कितने साथी जो अब हमारे साथ नहीं,
आज जब हम अकेले बैठे हैं तन्हाई में,
तब जीवन की सच्चाई हमें समझा देती है।
अब जागो ना दोस्तों, समय हमसे चला गया,
जीवन का सार इसमें ही छुपा गया,
हम जब भी खुश होते हैं, तब अकेले होते हैं,
तब जीवन की सच्चाई हमें समझा देती है।