जीवन की शुभ यात्रा सोच समझ करिए
सुबह शाम योग ध्यान, सदा स्वस्थ रहिए
शुद्ध रखें खान पीन, शरीर निरोग रखिए
जपते रहें राम नाम, काम शुभ करिए
अपना अपना काम करें, आगे बढ़ते रहिए
सुख-दुख हानि लाभ, आते जाते रहते हैं
अहं अभिमान छोड़, स्वाभिमान रखिए
अंतस में आनंद रहे, जहां भी मेरा वास रहे
आशा और विश्वास रहे, संग सत्संग रहे
जीवन की यात्रा सोच समझ करिए
सुबह शाम योग ध्यान, सदा स्वस्थ रहिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी