जीते हुओं से मंज़ील नहीं छुटती
मुश्किलों से यारी रखना
सफर पे चलने की तैयारी रखना ।
बढ़ते कदम जब मजबुर न होंगे
फिर देखना मंज़ील दूर न होंगे ।
हौसलों की उफान को कम न करना
हासील कर लेने की तुफान को कम न करना ।
दिल जब कश्मकश में चुर न होंगे
फिर देखना मंजील दुर न होंगे ।
हारे हुओं को मंज़ील नहीं मिलती
जीते हुओं से मंज़ील नहीं छुटती ।