*जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार (कुंडलिया)*
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जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार (कुंडलिया)
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जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार
शुभ भविष्यवाणी सुनो, नभ की यही पुकार
नभ की यही पुकार, गगन में है उजियारा
जीत रहा है सत्य, झूठ लो फिर से हारा
कहते रवि कविराय, अमृत भारत यों पीता
भारत का आदर्श, सनातन-दर्शन जीता
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451