जिनके दिलों में प्यार वतन का
नये सिरे से नये दौर में ,पहुँचो आज विचार में
जिनके दिलों में प्यार वतन का ,हम हैं उसी कतार में .
बुनियादी परिवर्तन की हम बात यहाँ करने वाले
सही बात है नये नये कुछ प्रतिमान गढ़ने वाले ,
आत्मसात हो दर्द पराया ,बस इसकी दरकार है .
जिनके दिलों में प्यार वतन का ———–
कदम बढ़े जो प्रगति पथ पर ,ध्यान रहे वे रुके नहीं
हिम्मत औ हौसला का परचम,विश्व पटल पर झुके नहीं ,
अपना मंदिर ,अपनी मस्जिद ,क्या रखा तकरार में .
जिनके दिलों में प्यार वतन का —————-
खुदको जबतक हम ना बदलेंगे ,दुनिया को क्या बदलेंगे
बिना बचाए मानव मूल्य के ,भाव कहाँ फिर उबलेंगे ,
मिल जाए सबको हक अपना क्या कहना बिस्तार में .
जिनके दिलों में प्यार वतन का —————-
अलग समय और व्यक्ति के दृष्टिकोण हो सकते हैं
नये धरातल हो सकते हैं ,नये व्योम हो सकते हैं ,
हाथ पहूँच जाए आशा की ,संभावना के द्वार में .
जिनके दिलों में प्यार वतन का …………..
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