जिंदगी
नेह देकर ज़िन्दगी हर, पल सजाया आप ने।
दर्द सारे हर लिया उर, से लगाया आपने ।
कल्पना की तूलिका से,रंग सारे भर दिये –
मैं अकिंचन प्रेम से थी,पथ दिखाया आपने ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
नेह देकर ज़िन्दगी हर, पल सजाया आप ने।
दर्द सारे हर लिया उर, से लगाया आपने ।
कल्पना की तूलिका से,रंग सारे भर दिये –
मैं अकिंचन प्रेम से थी,पथ दिखाया आपने ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली