*जिंदगी बन गए हो तुम*
एक दिल ही तो मेरा था वो भी तेरा हो गया ।
दिल की हर धड़कन में तेरा बसेरा हो गया ।।
कैसे जिएंगे एक पल भी अब हम तेरे बिन ।
सांसों पर भी अब तो कब्जा तेरा हो गया ।।
तुम बिन ये दिल मेरा धड़कना भूल जाता है ।
दूर हुए इक पल तो साँस लेना भूल जाता है ।।
जिंदगी बन गए हो तुम मेरी जान की कसम ।
तुम ना हो तो जीने का अरमान भूल जाता है ।।
बस तेरे ही ख्यालों में मैं हर पल खोई रहती हूँ ।
मोती सुनहरी यादों के पल पल पिरोती रहती हूँ ।।
तेरे ही सपनों में अब तो मैं अपने सपने जीती हूँ ।
बना रहे यह प्यार हमारा दुआ यही मैं करती हूँ ।।