जिंदगी जब नाच नचाने लगे
जिंदगी जब नाच नचाने लगे जब अपने सभी बेगाने लगे,
जब रास्ते बंद हो जाएं, हर कदम मुश्किलें जाने आने लगें,
जब असफलता ही लगे हांथ, कोशिशें सभी हार जाने लगें,
तब उम्मीद की इक और आखरी तुम किरण खोज लेना !!
जब अपने सभी दूर जाने लगें, हर कदम पर तुम्हें आजमाने लगें,
जब जमाना मान ले तुमको नकारा, उपहास तुम्हारा उड़ाने लगे,
जब तंगहाली तुम्हारी कमर तोड़ दे और जिंदगी तुम्हें सताने लगे,
तब इक रात अंधेरी जगकर तुम सुबह सूरज का उदय देख लेना।
जब मुश्किलें दूर खुद जाने लगे, गैर भी पास तुम्हारे आने लगे,
जब तुम्हारे बनाए रास्ते पर, लोगों का हुजूम आने जाने लगे,
जब सफलता तुम्हारी दहलीज चूमें, माथे से तुमको लगाने लगे,
झुककर उससे बाहें मिलाना जिसको पाने में तुम्हें जमाने लगे।