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27 Jan 2017 · 1 min read

जिंदगी की मुश्किलें हर रोज आजमायेंगी .

ज़िंदगी की मुश्किलें हर रोज़ आज़माएंगी ,
डरते-डरते गर जियेगा यूँ ही ज़ान जाएगी .
…………………………………………………………
इस जहाँ में कोई तेरा साथ देगा ही नहीं ,
यूँ डरेगा ,परछाई भी साथ छोड़ जाएगी .
……………………………………………………..
आये हैं तन्हा सभी जायेंगे तन्हा सभी ,
न समझ इस बार दुनिया तेरे साथ जाएगी .
……………………………………………………..
गम नहीं अपने मुकाबिल दुश्मनों को देख ले ,
मंज़िलें यूँ हर कदम पर नित नयी मिल जाएँगी .
………………………………………………………..
झेलकर हर बदजुबानी समझा रही ”शालिनी ”,
हिम्मतें दुश्वारियों में दोस्त बन जाएँगी .
……………………………………………..
शालिनी कौशिक
[कौशल ]

Language: Hindi
415 Views
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