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8 Apr 2024 · 1 min read

“जानिब”

“जानिब”
ना टूटे ना डूबे हैं
सब रहमत है तेरी जानिब,
ये कश्ती तुम पे छोड़ी
अब लंगर भी उठाने से रहा।

3 Likes · 3 Comments · 93 Views
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