Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2022 · 1 min read

ग़ज़ल:- रोशनी देता है सूरज को शरारा करके…

रोशनी देता है सूरज को शरारा करके
छीन भी लेता है बस एक इशारा करके

दूर मत भाग कभी रब से किनारा करके
चमका देगा तुझे इक़ रोज सितारा करके

रेत सहरा की तपे आग उगलता सूरज
भेज देता वो वहाॅं अब़्र इशारा करके

सारे आलम का वही एक ही तो मालिक है
बाॅंट मत यार उसे मेरा तुम्हारा करके

डूब जाए न मेरी कश्ती बचा ऐ मालिक
बीच मझधार तक ले आया तरारा करके

बागवाॅं बनके बचा पाया न मैं एक शज़र।
वो धरा सींच गया पल में हजारा करके।।

ढूॅंढता ज़िंदगी भर सारे ज़हां में उसको।
‘कल्प’ वो मुझको मिला दिल में निहारा करके।।

✍ अरविंद राजपूत’कल्प’

1 Like · 298 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अच्छा अख़लाक़
अच्छा अख़लाक़
Dr fauzia Naseem shad
प्रकृति कि  प्रक्रिया
प्रकृति कि प्रक्रिया
Rituraj shivem verma
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
प्रेमदास वसु सुरेखा
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
VINOD CHAUHAN
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
DrLakshman Jha Parimal
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
Vicky Purohit
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
gurudeenverma198
शुद्धिकरण
शुद्धिकरण
Kanchan Khanna
बाल कविता: मूंगफली
बाल कविता: मूंगफली
Rajesh Kumar Arjun
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
*उधार का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
*उधार का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
Those who pass through the door of the heart,
Those who pass through the door of the heart,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ऐसा लगता है कि
ऐसा लगता है कि
*Author प्रणय प्रभात*
इधर उधर न देख तू
इधर उधर न देख तू
Shivkumar Bilagrami
तुम ही कहती हो न,
तुम ही कहती हो न,
पूर्वार्थ
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
हम बिहार छी।
हम बिहार छी।
Acharya Rama Nand Mandal
विज्ञापन
विज्ञापन
Dr. Kishan tandon kranti
" भींगता बस मैं रहा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Yado par kbhi kaha pahra hota h.
Yado par kbhi kaha pahra hota h.
Sakshi Tripathi
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
गर गुलों की गुल गई
गर गुलों की गुल गई
Mahesh Tiwari 'Ayan'
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
Aman Kumar Holy
रमेशराज की कहमुकरियां
रमेशराज की कहमुकरियां
कवि रमेशराज
"निखार" - ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐प्रेम कौतुक-348💐
💐प्रेम कौतुक-348💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बिन बोले ही हो गई, मन  से  मन  की  बात ।
बिन बोले ही हो गई, मन से मन की बात ।
sushil sarna
*
*"कार्तिक मास"*
Shashi kala vyas
Loading...