Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2020 · 1 min read

जागृति

विप्र बंधुओं कहां सोए हो
किस स्वप्न में अबभी खोए हो
क्या सब बर्बाद करही निंद खुलेगी ?
क्या इज्जत लुटाकर ही चेतना जगेगी ?
क्यों इतने कमजोर होगए की
अपमानों का प्रतिकार भी नहीं कर सकते
अपने ऊपर होरहे शब्द वारों पे भी
चुपचाप सहकर कोई वार नहीं कर सकते
तुम्हारे फूंक देने से आग नकलती थी
तेरे शापों से सारी दुनिया डरती थी
ओ भूदेव कहलाने वाले शक्ति कहां सोगई
आत्मबल खोगया या गैरत मर गई
संसार तेरे कदमों में तेरी शक्ति देख झुकता था
शक्ति सदा पूजी जाती इसलिए पूजता था ।
क्या समझते हो तेरे मान की रक्षा को
कोई दूसरा तेरे साथ यहां आएगा
अरे अपनी एकता बना शक्ति नहीं जगाएगा
तो जानले अभी और गर्त में जाएगा ।
अपने ऊपर होरहे जुल्मों को अब मत सह
टुकड़ों में मत बंट और मिलकर साथ रह ।
फिर उठा अपनी रक्षा हेतु परशुरामी फरसा
देख तूझे छू भी नहीं पाएगा कोई जरासा
सिर्फ शास्त्र के ही ज्ञान से अस्मत नहीं बंचेगी
जाग शस्त्र को भी उठा फिर दुनिया झुकेगी ।
—-चंदन कुमार—

Language: Hindi
432 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"" *ईश्वर* ""
सुनीलानंद महंत
मनुष्य
मनुष्य
Sanjay ' शून्य'
दिल में दर्द है हल्का हल्का सा ही सही।
दिल में दर्द है हल्का हल्का सा ही सही।
Ashwini sharma
महावीर उत्तरांचली आप सभी के प्रिय कवि
महावीर उत्तरांचली आप सभी के प्रिय कवि
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बिन जनेऊ जनेऊलीला / musafir baitha
बिन जनेऊ जनेऊलीला / musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
seema sharma
3850.💐 *पूर्णिका* 💐
3850.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आंसू ना बहने दो
आंसू ना बहने दो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
Arvind trivedi
- अपनो की परिभाषा -
- अपनो की परिभाषा -
bharat gehlot
#देख_लिया
#देख_लिया
*प्रणय*
*प्रेम*
*प्रेम*
Priyank Upadhyay
हम तो मर गए होते मगर,
हम तो मर गए होते मगर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोस्ती बहुत प्यारा और ऊँचा  रिश्ता है ,, सदैव इसकी गरिमा बना
दोस्ती बहुत प्यारा और ऊँचा रिश्ता है ,, सदैव इसकी गरिमा बना
Neelofar Khan
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
Neeraj Agarwal
फूल बेजुबान नहीं होते
फूल बेजुबान नहीं होते
VINOD CHAUHAN
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
Sahil Ahmad
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
Shweta Soni
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
आनन्द मिश्र
"यह कैसा नशा?"
Dr. Kishan tandon kranti
तब मानूँगा फुर्सत है
तब मानूँगा फुर्सत है
Sanjay Narayan
जवाब कौन देगा ?
जवाब कौन देगा ?
gurudeenverma198
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*
Ravi Prakash
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
Dr.Rashmi Mishra
The Tapestry of Humanity
The Tapestry of Humanity
Shyam Sundar Subramanian
द्रोणाचार्य वध
द्रोणाचार्य वध
Jalaj Dwivedi
(कहानी)
(कहानी) "सेवाराम" लेखक -लालबहादुर चौरसिया लाल
लालबहादुर चौरसिया लाल
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
वीरांगनाएँ
वीरांगनाएँ
Dr.Pratibha Prakash
Loading...