*ज़िन्दगी का सार*
” जिंदगी का सार है खुशियाँ देने में
जिंदगी का सार है खुश रहने में
अकेले कुछ नहीं यहाँ कोई
जिंदगी का सार है मिल कर रहने में
नफरतों का शौक रखने वालों
मोहब्बत की तासीर तुम क्या जानो
दुश्मनी पालकर सिर्फ जंग जीती जाती है
प्यार निभाने के लिए दोस्ती ही काफी है
दोस्ती इबादत है
जिंदगी का सार है दोस्ती निभाने में
दिल तोड़ने वाले क्या जाने
दिल में रहना किसे कहते हैं
जिंदगी का सार है दिल को दिल से मिलाने में
किसी के दर्द को देखकर जो आह निकल जाती है
वही इंसानियत कहलाती है
इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं
इंसानी से बड़ा कोई रिश्ता नहीं
जिंदगी का सार है इंसानियत निभाने में”