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20 Mar 2021 · 1 min read

ज़रा सी भूल से

ज़रा सी भूल से जिंदगी पलट गई।
आशायें दिल की किस करवट गई।

जतन बहुत किये सुलझ जाये ये भी
वक्त की बस, उल्झती ही लट गई।

पहचानने की कोशिश में थी अभी आंखें
पर्दे से लेकिन, तस्वीर हट गई।

उड़ने को था सामने खुला आसमान
पतंग अपनी लेकिन ,उड़ते ही कट गई।

गुमान था जिन के चलने पर हमें
वो सांसें छोड़ साथ, झटपट गई।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 426 Views
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