Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2023 · 1 min read

कार्ल मार्क्स

ऐ दुनिया के मजदूरों एक हो!
गोलियां अफ़ीम की फेंक दो!!
आख़िर कैसे न टूटेंगी ज़ंजीरें
इंक़लाब की आग में सेंक दो!!
#कार्लमार्क्स #कम्यूनिस्ट #श्रम
#सर्वहारा #मजदूर #गरीब #हक
#शोषित #पीड़ित #अपमानित
#KarlMarx #communist
#Labour #farmers #शूद्र
#rebel #Protest #politics

Language: Hindi
248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
ज़ख्म शायरी
ज़ख्म शायरी
मनोज कर्ण
#दोहे
#दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना
ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना
कवि दीपक बवेजा
आशा की किरण
आशा की किरण
Nanki Patre
2830. *पूर्णिका*
2830. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
** अरमान से पहले **
** अरमान से पहले **
surenderpal vaidya
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल  ! दोनों ही स्थितियों में
परिस्थितियां अनुकूल हो या प्रतिकूल ! दोनों ही स्थितियों में
तरुण सिंह पवार
रिश्तों को तू तोल मत,
रिश्तों को तू तोल मत,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वेतन की चाहत लिए एक श्रमिक।
वेतन की चाहत लिए एक श्रमिक।
Rj Anand Prajapati
नज़र का फ्लू
नज़र का फ्लू
आकाश महेशपुरी
"प्रेम -मिलन '
DrLakshman Jha Parimal
Misconceptions are both negative and positive. It is just ne
Misconceptions are both negative and positive. It is just ne
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बाबा साहब की अंतरात्मा
बाबा साहब की अंतरात्मा
जय लगन कुमार हैप्पी
दिल के अहसास बया होते है अगर
दिल के अहसास बया होते है अगर
Swami Ganganiya
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
पूर्वार्थ
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
कृष्णकांत गुर्जर
■ विकृत परिदृश्य...
■ विकृत परिदृश्य...
*Author प्रणय प्रभात*
भौतिकता
भौतिकता
लक्ष्मी सिंह
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
आज वो भी भारत माता की जय बोलेंगे,
Minakshi
मेरी प्यारी हिंदी
मेरी प्यारी हिंदी
रेखा कापसे
!! राम जीवित रहे !!
!! राम जीवित रहे !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मौन
मौन
Shyam Sundar Subramanian
अलसाई शाम और तुमसे मोहब्बत करने की आज़ादी में खुद को ढूँढना
अलसाई शाम और तुमसे मोहब्बत करने की आज़ादी में खुद को ढूँढना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
Kumar lalit
दुःख हरणी
दुःख हरणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इक तेरा ही हक है।
इक तेरा ही हक है।
Taj Mohammad
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
Phool gufran
अपने दिल से
अपने दिल से
Dr fauzia Naseem shad
Loading...