ज़ख़्म-ए-दिल आज मुस्कुरा देंगे
1) ज़ख़्म-ए-दिल आज मुस्कुरा देंगे
इस तरह उनको हम दुआ देंगे
2) जाने वाला भले सुने ना मगर
आख़िरी साॅंस तक सदा देंगे
3)वो नज़र भर के देख लेंगे तो
ख़्वाब पलकों पे हम सजा देंगे
4)हाय क्या हुस्न की अदायें हैं
इन पे हम जान भी लुटा देंगे
5)याद फिर मंतशा की है आई
सोचते थे के हम भुला देंगे
🌹मोनिका मंतशा🌹