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23 Nov 2021 · 1 min read

जल संरक्षण

‘जल संरक्षण’

अगर बचाना जीवन है तो सदा रखो ये याद,
जल संरक्षण अपना कल है करो न जल बर्बाद।

सूखे खेत नहीं लहराते जल इनका आधार,
बढ़ती जनसंख्या ने खोया संचित नीर अपार।

नहीं अन्न का दाना होगा रखना मानव ध्यान,
बूँद-बूँद जल संरक्षण से बने न रेगिस्तान।

एक बार जल घट जाने पर सुख का होगा अंत,
जीवन में पतझड़ छाने पर होगा नहीं वसंत।

पंच महाभूतों में जल का कितना पावन स्थान,
अगर न होता जल इस भू पर कैसे बचते प्राण?

जगह-जगह पर ताल-तलैया मिटा सकेंगे त्राण,
सब मिलकर जल स्रोत बचाओ इसमें है कल्याण।

डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी (उ. प्र.)

Language: Hindi
1 Like · 345 Views
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