जल्दी चले आना
जल्दी चले आना
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अब इतना भी न परेशान हो
कल सुबह चले आना
बिल्कुल न हड़बड़ाना
अपने सारे काम
सूकून से निपटाकर
शांतभाव से आना।
वैसे भी कोई जल्दी नहीं है
इतना जरुरी भी नहीं है
कि आज ही आ जाओ
यह और बात है
कि आना जरूरी है,
आज मुश्किल है तो
सुबह चले आना
अपराधबोध मत करना
बस आ जाना
कोई बात नहीं है
तुम आराम से आना
पर हंसते मुस्कुराते हुए आना
और सुबह जल्दी चले आना।
सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा उत्तर प्रदेश