जरूरी तो नहीं
सुनो,, इतना ही काफी है कि हमें तुमसे मोहब्बत है
अब तुमको भी मुझसे मोहब्बत हो.. जरूरी तो नहीं
मैं जो निगाहों से राहें देखा करता हूं ना तुम्हारी रोज
अब तुम्हारा भी इस कदर बेचैन होना.. जरूरी तो नहीं
हर पल बिरहा की यादों में मेरा ही इस कदर तड़पना
अब तुम्हे भी यूं ही मेरे लिए तड़पना.. जरूरी तो नहीं
आंसुओं की बारिश में रोज मेरे तकिए का भीगना
अब मेरी इस हालत पर तेरा तरस खाना.. जरूरी तो नहीं
कि मोहब्बत में मैंने अपनी आत्मा तक सौंप दी तुमको
अब तुम्हारा भी इस कदर वफादार होना.. जरूरी तो नहीं
मैं श्याम ही सही जो कृष्ण होकर भी तुम्हे पा ना सका
अब तुम्हारा भी यूं राधा हो जाना.. जरूरी तो नहीं
सुनो मेरे लिए तो तुम्हारी हर इक बात जरूरी ही है
अब तुम्हारे लिए भी मेरी हर बात जरूरी हो.. जरूरी तो नहीं