Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2020 · 1 min read

जय है जय है जय है ?? ( कारगिल विजय दिवस )

जय है वीर जवानों की
जय है वीर जांबाज़ों की
जय है वीर रणबाँकुरों की
जय है वीरों के वीरों की
जय है उनके हौसले की
जय है उनके फैसले की
जय है उनके वचन की
जय है उनके चमन की
जय है माँ के लाल की
जय है पिता के शान की
जय है बहन के मान की
जय है पत्नी के आन की
जय है बच्चों के भाल की
जय है उनके गाँव की
जय है उनके शहर की
जय है उनके प्रदेश की
जय है हमारे देश की
जय है जय है जय है
जय है देश के भान की ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 26/07/2020 )

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
*गोलू चिड़िया और पिंकी (बाल कहानी)*
*गोलू चिड़िया और पिंकी (बाल कहानी)*
Ravi Prakash
किसको-किसको क़ैद करोगे?
किसको-किसको क़ैद करोगे?
Shekhar Chandra Mitra
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
जनता की कमाई गाढी
जनता की कमाई गाढी
Bodhisatva kastooriya
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
Naushaba Suriya
चंदा का अर्थशास्त्र
चंदा का अर्थशास्त्र
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मालिक मेरे करना सहारा ।
मालिक मेरे करना सहारा ।
Buddha Prakash
बगैर पैमाने के
बगैर पैमाने के
Satish Srijan
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
बची रहे संवेदना...
बची रहे संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
मुनाफ़िक़ दोस्त उतना ही ख़तरनाक है
अंसार एटवी
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
लक्ष्मी सिंह
புறப்பாடு
புறப்பாடு
Shyam Sundar Subramanian
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धोखे का दर्द
धोखे का दर्द
Sanjay ' शून्य'
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
पूर्वार्थ
दो शब्द यदि हम लोगों को लिख नहीं सकते
दो शब्द यदि हम लोगों को लिख नहीं सकते
DrLakshman Jha Parimal
सितम फिरदौस ना जानो
सितम फिरदौस ना जानो
प्रेमदास वसु सुरेखा
2493.पूर्णिका
2493.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी में संतुलन खुद की कमियों को समझने से बना रहता है,
जिंदगी में संतुलन खुद की कमियों को समझने से बना रहता है,
Seema gupta,Alwar
दशरथ मांझी होती हैं चीटियाँ
दशरथ मांझी होती हैं चीटियाँ
Dr MusafiR BaithA
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
शेखर सिंह
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
VINOD CHAUHAN
मीना
मीना
Shweta Soni
"कुछ तो सोचो"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...