Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।

मुश्किलें जरूर हैं, मगर ठहरा नहीं हूँ मैं ।
मंजिल से जरा कह दो, अभी पहुँचा नहीं हूँ मैं ॥
कदमों को बांध ना पांएगी, मुसीबत की जंजीरें ।
रास्तों से जरा कह दो, अभी भटका नहीं हूँ मैं ॥
सब्र का बाँध टूटेगा, तो फना कर दूँगा सबको ।
दुश्मनों से जरा कह दो, अभी गरजा नहीं हूँ मैं ॥
दिल में छुपा रखी है, लड़कपन की चाहतें ।
दोस्तों से जरा कह दो, अभी बदला नहीं हूँ मैं ॥
साथ चलता है, दुआओं का काफिला ।
किस्मत से जरा कह दो, अभी तनहा नहीं हूँ मैं ॥

30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
Ravikesh Jha
हाइकु .....चाय
हाइकु .....चाय
sushil sarna
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के आगे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
!! चमन का सिपाही !!
!! चमन का सिपाही !!
Chunnu Lal Gupta
"तुम भी काश चले आते"
Dr. Kishan tandon kranti
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
*देश का दर्द (मणिपुर से आहत)*
Dushyant Kumar
जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी!
जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी!
Vishal babu (vishu)
■ परम् स्वतंत्र न सिर पर कोऊ। हर नियम-विधान, लोक-लाज, मूल्य
■ परम् स्वतंत्र न सिर पर कोऊ। हर नियम-विधान, लोक-लाज, मूल्य
*Author प्रणय प्रभात*
कोहरे के दिन
कोहरे के दिन
Ghanshyam Poddar
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
* राष्ट्रभाषा हिन्दी *
surenderpal vaidya
राम बनना कठिन है
राम बनना कठिन है
Satish Srijan
पुरूषो से निवेदन
पुरूषो से निवेदन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
One day you will leave me alone.
One day you will leave me alone.
Sakshi Tripathi
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
Subhash Singhai
फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं
फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कहो कैसे वहाँ हो तुम
कहो कैसे वहाँ हो तुम
gurudeenverma198
जहाँ तक राजनीति विचारधारा का संबंध है यदि वो सटीक ,तर्कसंगत
जहाँ तक राजनीति विचारधारा का संबंध है यदि वो सटीक ,तर्कसंगत
DrLakshman Jha Parimal
*** रेत समंदर के....!!! ***
*** रेत समंदर के....!!! ***
VEDANTA PATEL
दर्शन की ललक
दर्शन की ललक
Neelam Sharma
बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
23/22.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/22.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अब गांव के घर भी बदल रहे है
अब गांव के घर भी बदल रहे है
पूर्वार्थ
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
‘ विरोधरस ‘---2. [ काव्य की नूतन विधा तेवरी में विरोधरस ] +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---2. [ काव्य की नूतन विधा तेवरी में विरोधरस ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
गंदा है क्योंकि अब धंधा है
गंदा है क्योंकि अब धंधा है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दिल तमन्ना
दिल तमन्ना
Dr fauzia Naseem shad
*होली के रंग ,हाथी दादा के संग*
*होली के रंग ,हाथी दादा के संग*
Ravi Prakash
Loading...