“जय हिंद से करूँ वन्दना”
“जय हिंद ”
मेरे वीर सिपाही बोलो ,
किन शब्दों में करूँ वन्दना |
छलनी हो जाता है मन,
जब -जब तेरा लहू टपकता |
मेरे वीर सिपाही बोलो ,
किन शब्दों में करूँ वन्दना |
घायल हो जाता है मन,
जब जयचन्दों को सुनती हूँ |
मेरे वीर सिपाही बोलो ,
किन शब्दों में करूँ वन्दना |
गर्वित हो जाता है मन ,
जब दुश्मन की नींद उड़ाते हो|
मेरे वीर सिपाही मैं तो,
“जय- हिंद” से करूँ वन्दना||
…निधि …