जय जय सावित्री बाई फुले
(शेर)- महिलाओं में शिक्षा की जागृति का श्रेय, जाता है सावित्री बाई को।
इसीलिए महिला शिक्षा की देवी हम, कह सकते हैं सावित्री बाई को।।
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शिक्षा की ज्योति महिलाओं में, जलाई सावित्री बाई ने।
महिलाओं को मुक्ति सच में, दिलाई सावित्री बाई ने।।
जय जय सावित्री बाई फुले, जय जय सावित्री बाई फुले।-(2)
शिक्षा की ज्योति महिलाओं में——————–।।
खन्दो जी के घर में जन्मी, शिक्षा की एक देवी बनकर।
प्रथम महिला स्कूल खोला, शिक्षा की एक ज्योति बनकर।।
माता लक्ष्मी की कोख से, लिया जन्म सावित्री बाई ने।
महिलाओं को मुक्ति सच में, दिलाई सावित्री बाई ने।।
जय जय सावित्री बाई फुले, जय जय सावित्री बाई फुले।-(2)
शिक्षा की ज्योति महिलाओं में———————-।।
बाल विवाह, सती प्रथा के खिलाफ, उसने बहुत संघर्ष किया।
छुआछूत, कुप्रथाओं के विरुद्ध, जीवन उसने समर्पित किया।।
बाल विधवाओं के लिए संघर्ष, किया सावित्री बाई ने।
महिलाओं को मुक्ति सच में, दिलाई सावित्री बाई ने।।
जय जय सावित्री बाई फुले, जय जय सावित्री बाई फुले।-(2)
शिक्षा की ज्योति महिलाओं में———————।।
गन्दगी फैंककर सावित्री बाई पर, राह में बहुत परेशान किया।
नहीं मानी हार सावित्री बाई ने, महिलाओं को जागृत किया।।
महिलाओं को शिक्षा का पथ, दिखलाया सावित्री बाई ने।
महिलाओं को मुक्ति सच में, दिलाई सावित्री बाई ने।।
जय जय सावित्री बाई फुले, जय जय सावित्री बाई फुले।-(2)
शिक्षा की ज्योति महिलाओं में———————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)