Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2025 · 1 min read

*जब से ब्याही हो तुम जीजी, याद तुम्हारी आती है (गीत)*

जब से ब्याही हो तुम जीजी, याद तुम्हारी आती है (गीत)
________________________
जब से ब्याही हो तुम जीजी, याद तुम्हारी आती है
1)
चिट्ठी लिखना भूल गईं क्या, जीजी नहीं छुपाना
क्या खाती हो रहती कैसे, हमने कभी न जाना
कितनी बातें करती थी अब, चुप्पी बहुत रुलाती है
2)
टेलीफोन मिलाया जब भी, तुमने नहीं उठाया
हाल तुम्हारा जीजा जी से, पता सिर्फ लग पाया
बोल तुम्हारे दो सुनने को, नियति रोज तरसाती है
3)
कल बादल छाए थे नभ में, गुस्से में आए थे
शायद बात बताने दिल की, तुमने भिजवाए थे
भिगो गए मैके का ऑंगन, शायद यह ही पाती है
जब से ब्याही हो तुम जीजी, याद तुम्हारी आती है
—————————————-
पाती= पत्र, चिट्ठी
_________________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

32 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

अवल धरां है ऊजळी, सती सूरा री खांण।
अवल धरां है ऊजळी, सती सूरा री खांण।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
तिजारत
तिजारत
ओनिका सेतिया 'अनु '
2872.*पूर्णिका*
2872.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
छाले
छाले
डॉ. शिव लहरी
श्राद्ध ही रिश्तें, सिच रहा
श्राद्ध ही रिश्तें, सिच रहा
Anil chobisa
कहीं तीसी फुला गईल
कहीं तीसी फुला गईल
कुमार अविनाश 'केसर'
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
फेसबुक
फेसबुक
Neelam Sharma
"किताबों में उतारो"
Dr. Kishan tandon kranti
My heart skipped a beat
My heart skipped a beat
Chitra Bisht
प्यार की हवा
प्यार की हवा
Neerja Sharma
कुंती का भय
कुंती का भय
Shashi Mahajan
अच्छा लगता है!
अच्छा लगता है!
Kirtika Namdev
मत्तगयन्द सवैया
मत्तगयन्द सवैया
लक्ष्मी सिंह
नेताओं एवं सरकारों के लिए कानून
नेताओं एवं सरकारों के लिए कानून
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ऐसे थे पापा मेरे ।
ऐसे थे पापा मेरे ।
Kuldeep mishra (KD)
उलझ नहीं पाते
उलझ नहीं पाते
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
everyone has a story. It might or might not be a love story.
everyone has a story. It might or might not be a love story.
पूर्वार्थ
कली को खिलने दो
कली को खिलने दो
Ghanshyam Poddar
वो हमें भी तो
वो हमें भी तो
Dr fauzia Naseem shad
त्रिपदा छंद
त्रिपदा छंद
Dr Archana Gupta
बाल कविता: चूहे की शादी
बाल कविता: चूहे की शादी
Rajesh Kumar Arjun
मेरे तुम हो
मेरे तुम हो
Rambali Mishra
एक चाय हो जाय
एक चाय हो जाय
Vibha Jain
अल्फ़ाजी
अल्फ़ाजी
Mahender Singh
होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद
होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद
RAMESH SHARMA
*राममय हुई रामपुर रजा लाइब्रेरी*
*राममय हुई रामपुर रजा लाइब्रेरी*
Ravi Prakash
नए अल्फाज
नए अल्फाज
Akash RC Sharma
Loading...