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27 Jul 2024 · 1 min read

“जब-जब”

“जब-जब”
जब-जब
निराशा के बादल छाता है,
ध्रुव तारा
मुस्कुराता हुआ बुलाता है।

2 Likes · 2 Comments · 88 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
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