जनेऊधारी,
जनेऊधारी,
आज़ाद तिवारी
सन बाइस मुहिम खिलाफत थी,
जिसमें आजाद शरीक हुआ।
चौदह की उम्र में चन्द्रशेखर
बंदीघर की दहलीज छुआ।
न्यायाधिकारी ने पूछा,
तू नाम बता बालक अपना।
आजाद नाम है मेरा सदा,
आजादी मेरा है सपना।
जब जलियांवाला काण्ड हुआ
थी हत्या हुई हजारों की।
आजाद ने मुठिया पकड़ लिया,
बारूद भरे औजारों की।
शेखर बोला है मोल नहीं,
अब सत्य अहिंसा या गांधी।
बिजली समान गिरना होगा,
दुश्मन पर बनकर के आंधी।