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11 Sep 2024 · 1 min read

जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय

जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय को मैसेंजर में भेजकर उसे मायूस ना करो ! फेसबुक आपका रंगमंच है ! उसमें आप डाला करो ! अपनी पसंद की फिल्म लोगों को ना दिखाया करो !
@ परिमल

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