जगमगाती चांदनी रातों में
जगमगाती चांदनी रातों में,
उदासी के रंग खो जाते हैं।
सुन्दर सुरमयी रचना यहाँ,
अब खुशियों के गीत गाते हैं।
प्रकृति की गोद में खोये रंग,
मुस्कानों को छा जाते हैं।
गहरे संगीत की छाया में,
ख्वाबों को सजाते हैं।
सपनों की उड़ान बहार ले आती,
वादियों की गोद में सोई रहती।
सुरों की मधुरता गुनगुनाती है,
अपनी कहानी सुनाती रहती।
प्रेम की बारिश घटा बनकर गिरती,
दिल को भीगा जाती है।
अनुभूति की लहरों में बहती,
हर रोज़ नया गीत गाती है।
विचारों की उड़ान अंधकार च्छेद,
मन को प्रकाशित करती है।
सुंदर सुरमयी रचना यहाँ,
हर किसी को प्रेरित करती है।
गीतों की मंजिल पर चढ़कर,
आत्मा को खुद से मिलाती है।
सुरमयी रचना की धूम में,
हर दिल को नया जीना सिखाती है।