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14 Jan 2024 · 2 min read

राम हैं क्या ?

राम जुनून और राम जरूरी ।
राम हमारी हैं मजबूरी ।।

राम बिना ना काज हमारे ।
राम बिना ना इच्छा पूरी ।।

राम श्वास और आस हमारी ।
राम हमारी जिम्मेदारी ।।

राम जपे हम हरपल देखो ।
राम कहे हम पलपल देखो ।।

राम नाम की महिमा भारी ।
रामसेतु हैं साक्ष्य हमारी ।।

राम राम हम कहते रहते ।
राम राम हम करते रहते ।।

राम जपे हम हंसते रोते ।
राम कहे हम जगते सोते ।।

राम मुझी मे राम हैं तुझमे ।
राम हमारे अंतर्मन में ।।

राम के हम और राम हमारे ।
राम बिना ना श्वास हमारे ।।

राम दर्श को नयन तरसते ।
राम बिना ना चैन हैं मिलते ।।

राम की महिमा बड़ी निराली ।
राम सृष्टि की करे रखवाली ।।

राम बसे हैं हर मन में ।
राम समाये कण-कण में ।।

राम आन और मान हमारे ।
राम शान हैं ये जग जाने ।।

राम अहिल्या राम हैं सबुरी ।
राम नाम से दुनिया चलरी ।।

राम तारते राम मारते ।
राम हमारे कष्ट निवारते ।।

राम मुक्ति और राम हैं बन्धन ।
राम साधना राम है चिन्तन ।।

राम है शक्ति राम हैं भक्ति ।
राम अनुसरण दुनिया करती ।।

मरा मरा से राम हैं बनता ।
डाकू से भगवान हैं बनता ।।

राम भरोसे वशिष्ठ रहे थे ।
रघुकुल के सम्मान रहे थे ।।

राम भरोसे हम हैं रहते ।
राम नाम को जपते रहते ।।

राम है आदर राम भाव हैं ।
राम हमारे स्वभाव हैं ।।

राम आम और खास राम है ।
भारत का विश्वास राम है ।।

राम शान्त और अशान्त रोम है ।
राम मिले तो व्योम व्योम है ।।

राम हृदय की गति हमारे ।
राम ही मन की मति को मारे ।।

राम की महिमा ललित सुनाए ।
राम नाम वो जपता जाए ।।

राम हैं क्या ललकार बताए ।
भारत का स्वाभिमान कहलाए ।।

Language: Hindi
1 Like · 61 Views
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